Sunday, September 16, 2012

मेरा मांस खाएं। क्योंकि गाय तो उनके सीने में बसी है

वरिष्ठ संवाददाता, पानीपत : दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में प्रस्तावित गोमांस पार्टी पर संत गोपालदास ने कहा है कि गोमांस नहीं, मेरा मांस खाएं। क्योंकि गाय तो उनके सीने में बसी है। इसी संदेश को व्यापक बनाते हुए संत ने अपने सीने पर गाय व भारत का मानचित्र बनवाया, वह भी ब्लेड से।
गोचरान भूमि को अवैध कब्जों से मुक्त कराने के लिए लड़ने वाले संत गोपालदास ने कहा कि जो लोग ऐसा कर रहे हैं
उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। ऐसे छात्रों की मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टरों से जांच करानी चाहिए। मुनि ने कहा कि यह तो गृहयुद्ध छेड़ने का संकेत है, इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
वे जेएनयू में जाकर ऐसे लोगों की मानसिकता को बदलकर रहेंगे। यह कोई उग्रवादी संगठन है जो शिक्षा के मंदर में ऐसी भाषा बोल रहा है। ज्ञात हो कि जेएनयू में द न्यू मटेरियलिस्ट संगठन 28 सितंबर को गोमांस पार्टी की तैयारी कर रहा है।
30 हजार टन महीना भेजा जाता है गोमांस : संत ने कहा कि आजादी से पूर्व ब्रिटेन के साथ हुए समझौते के मुताबिक प्रति महीना 30 हजार टन गोमांस ब्रिटेन भेजा जाता है। संत ने दावा किया कि 10 अरब रुपये ब्रिटेन को पेंशन भी दी जाती है।

No comments:

Post a Comment